मुख्यमंत्री नायब सैनी का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार,निर्दलीय विधायकों को नहीं मिली जगह

हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सैनी का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार हो गया है. राज भवन में गवर्नर ने एक कैबिनेट और सा राज्य मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. सबसे हैरानी की बात जो सामने आई वह यह थी कि एक भी निर्दलीय विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया. पहले मंत्रिमंडल विस्तार में एक निर्दलीय विधायक चौधरी रणजीत चौटाला को शपथ दिलाई गई थी. दूसरी अहम बात यह सामने आई कि इस मंत्रिमंडल से राव इंद्रजीत के पर भी कतरे गए हैं और उनके विरोधी रहे नांगल चौधरी से विधायक डॉक्टर अभय यादव को भी मंत्रिमंडल में जगह दी है. हालांकि नए मंत्रियों में 7 नए चेहरों को जगह मिली है. हालांकि एक और फैसला हैरान करने वाला था काफी दिनों से नाराज चल रहे अनिल विज को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है

सबसे पहले हिसार से विधायक और बनिया समुदाय से डॉक्टर कमल गुप्ता ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली.

 

 

दूसरे नंबर पर फरीदाबाद से सीमा त्रिखा ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर शपथ ली सीमा त्रिखा पंजाबी समुदाय से आती है

 

 

तीसरे नंबर पर महिपाल ढांडा ने राज्य मंत्री स्वतंत्र परिवार की शपथ ली वहीं पर डंडा जाट समुदाय से आते हैं और पानीपत ग्रामीण से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं

 

 

इसके बाद अंबाला से विधायक असीम गोयल ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली.

 

 

असीम गोयल के बाद डॉक्टर अभय सिंह यादव ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली. डॉक्टर अभय यादव नांगल चौधरी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं और और राव इंद्रजीत के विरोधी खेमे से है.

 

 

कुरुक्षेत्र के थानेसर से विधायक सुभाष सुधा ने भी राज्य मंत्री स्वतंत्र परिवार की शपथ ली.

 

 

बवानी खेड़ा से विधायक विशंभर सिंह वाल्मीकि ने भी राज्य मंत्री की शपथ ली.

 

 

सबसे आखिर में संजय सिंह राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली.

इन सभी में कमल गुप्ता को छोड़कर बाकी पहली बार मंत्री बने हैं.अब हरियाणा में कुल 13 मंत्री हो गए हैं. हालांकि भारतीय जनता पार्टी की नायब सैनी की सरकार ने हरियाणा के हर हिस्से को मंत्रिमंडल में स्थान देने का काम किया है. बता दे की लोकसभा चुनाव के तीन-चार महीने के बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी है. हालांकि ऐसा लग रहा था कि भारतीय जनता पार्टी दो या तीन निर्दलीय विधायकों को हरियाणा मंत्रिमंडल में जगह देगी क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के 41 विधायक हैं 6 निर्दलीय और गोपाल कांडा के सहारे भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा में बहुमत साबित किया था.