सहकारिता विभाग हरियाणा द्वारा ICDP-एकीकृत सहकारी विकास परियोजना संचालित की जा रही है। इस परियोजना के तहत ग्रामीण तथा कृषि क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करते हुए विकास कार्य करवाए जाते हैं और सहकारी समितियों को विकसित किया जाता है।
अनु कौशिक 2022 तक रेवाड़ी में ICDP की GM थी ।इसी दौरान अनु कौशिक ने 100 करोड रुपए के घोटाले को अंजाम दिया ।इसमें उनका साथ कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारी और चार निजी व्यक्तियों ने दिया । सभी ने मिलकर सरकारी रिकॉर्ड में फर्जी अकाउंट के कागज लगाए गए और फिर फर्जी अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया गया
अनू कौशिक ने घोटाले के पैसे को विदेश भेजने के लिए बैंटम इंडिया लिमिटेड कंपनी का सहारा लिया ।बैंटम इंडिया लिमिटेड कंपनी की स्थापना वर्ष 2016 में चंडीगढ़ में स्टालियन जीत, कंवल जीत और गगनप्रीत सिंह द्वारा की गई थी। बैंटम इंडिया लिमिटेड कंपनी की ब्रांच कनाडा में भी है। इसी कंपनी के जरिए घोटाले की मुख्य आरोपी असिस्टेंट रजिस्ट्रार अनु कौशिश ने रिश्वत का पैसा कनाडा में ट्रांसफर किया। अनु की बहन कनाडा में रहती है। उसकी बहन ने अनु के दुबई शिफ्ट होने का पूरा बंदोबस्त कर दिया था, लेकिन इसकी भनक ACB को लग गई।
वहीं आरोपी स्टालिन भी अपनी पूरी फैमिली को पहले ही कनाडा भेज चुका है, लेकिन खुद भाग पाता, इससे पहले ACB ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
हरको बैंक के एमडी नरेश गोयल साल 2014 से इस पूरे घोटाले के जनक के रूप में विभाग में कुंडली मारकर बैठे हुए हैं। गोयल के विरुद्ध ACB ने कार्रवाई के लिए फाइल राज्य सरकार के पास भेज दी है।
अनु कौशिश को महंगी लाइफस्टाइल का भी शौक था, वह अक्सर दिल्ली और गुड़गांव की महंगी पार्टियों में दिखाई देती थी ।