164 साल पहले सन 1860 में देश का पहला बजट पेश हुआ, वित्त मंत्री थे जेम्स विल्सन ! देश आजाद होने के बाद 1950 में जॉन मेथाई देश के वित्त मंत्री थे ! पार्लियामेंट में बजट पेश होने से पहले ही लीक हो गया और जॉन मेथाई को इस्तीफा देना पड़ा
उसे समय बजट राष्ट्रपति भवन में प्रिंट होता था ! सरकार ने बजट प्रिंटिंग का काम वहां से मिंटो रोड पर शिफ्ट कर दिया, बाद में जिसे 1980 में नॉर्थ ब्लॉक शिफ्ट कर दिया
हलवा सेरेमनी के साथ हर साल बजट की प्रिंटिंग का काम शुरू होता है ! इसके साथ ही प्रिंटिंग से जुड़े सारे अधिकारी और स्टाफ मंत्रालय में बंद कर दिए जाते हैं जब तक की बजट संसद में पेश नहीं हो जाता
पहले बजट शाम को 5:00 बजे पेश होता था क्योंकि उसे समय इंग्लैंड की पार्लियामेंट शुरू होती थी यह प्रक्रिया ब्रिटिश टाइम से चली आ रही थी जिसे बाद में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने बदला ! 2001 में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने पहली बार बजट सुबह 11:00 बजे संसद में पेश किया
देश की पहली महिला वित्त मंत्री थीं श्रीमती इंदिरा गांधी ! इसके बाद निर्मला सीतारमण देश की दूसरी महिला वित्त मंत्री बनी !सबसे ज्यादा बार बजट को मोरारजी देसाई ने पेश किया ! उन्होंने इसे 10 बार संसद में पेश किया वित्त मंत्री के तौर पर सबसे लंबा भाषण दो घंटे 42 मिनट का निर्मला सीतारमण ने दिया, अगर शब्दों की बात करें तो मनमोहन सिंह ने 18650 शब्दों का भाषण दिया ! सबसे छोटा बजट भाषण वित्त मंत्री हीरूभाई पटेल 1977 में दिया जो सिर्फ 800 शब्दों का था ! पहले बजट को वित्त मंत्री ब्रीफकेस में लेकर आते थे, 2021 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बही खाता जैसे दिखने वाले बैग में बजट लेकर आई