मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गाँव के अपने पैतृक घर को इ-लाइब्रेरी के लिए दिया। मुख्यमंत्री ने रोहतक जिले में अपने एकमात्र पैतृक घर का कब्जा बनियानी गांव को सौंप दिया। यह घर अब बच्चों के लिए ई-लाइब्रेरी में बदला जायेगा।
खट्टर का बचपन इसी घर में बीता था। उन्होंने बताया कि उनका जन्म वही हुआ था। मुख्यमंत्री ने शुरुआती पढाई इसी घर में में की था। मुख्यमंत्री खट्टर के पास अब कोई भी निजी आवास नहीं है।
बनियानी गांव से मेरी बहुत सी यादें जुड़ी हैं, मेरा बचपन यहीं बीता, शिक्षा यहीं से हुई इस नाते से यहां का घर मेरे लिए बहुत ही खास है।
आज गांव में पहुंचकर अपने पैतृक घर को बच्चों के लिए ई-लाईब्रेरी बनाने हेतु गाँव और समाज के नाम किया। pic.twitter.com/EFmHhI89px
— Manohar Lal (@mlkhattar) January 29, 2024